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भारत के 2 अनलकी टेस्ट क्रिकेटर, जिन्हे मौका मिलता तो आज बना देते कई शानदार रिकॉर्ड



क्रिकेट में सफल होने के लिए सिर्फ शानदार प्रदर्शन हीं नहीं बल्कि अच्छी किस्मत भी होना जरूरी है. एक तरफ जहां सचिन से लेकर गांगूली, द्रविड, धोनी और कोहली जैसे सफल खिलाड़ी के नाम है जिन्होने शानदार प्रदर्शन के दम पर विश्व ​क्रिकेट जगत में अपना नाम बनाया, तो वहीं दूसरी ओर कई खिलाड़ी ऐसे भी रहें है जो अच्छा प्रदर्शन करके बाद भी टीम में अपनी जगह तक सुरक्षित नहीं कर सके. इस लेख में हम भारत के दो ऐसे ही खिलाड़ियो के बारे में बात करने जा रहें है. जिन्हे नियमित रूप से टीम में खेलने का मौका मिलता तो आज कई शानदार रिकॉर्ड पर इनका कब्जा होता.



वसीम ज़ाफर
प्रथम श्रैणी में 18 हज़ार से अधिक रन, 53 शतक 81 अर्द्धशतक और दो तिहरे शतक ये शानदार आंकड़े इस बात को बाखूबी दर्शाते है की वसीम ज़ाफर कितने जबर्दस्त बल्लेबाज रहें है. 2000 में पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किए ज़ाफर कई बार टीम में शामिल हुए और निकाले गए. 31 टेस्ट में उन्होने 5 शतक और 11 अर्द्धशतक की मद्द से लगभग दो हज़ार रन भी बनायें. लेकिन चयनकार्ताओं का दिल नहीं जीत पायें और 11 अप्रैल 2008 को उन्होने अपना आखिरी टेस्ट खेला.



मोहम्मद कैफ
भारत के जोंटी रोड्स कहे जाने वाले मोहम्मद कैफ का करियर भी कुछ ऐसा रहा. भारत के लिए 125 वनडे खेलने वाले मोहम्मद कैफ टेस्ट टीम में जगह नहीं बना सके. 2006 में उन्होने वेस्टंडीज के खिलाफ सेंट लूसिया की उछाल वाली पिच पर शतक भी लगाया, लेकिन अगली ही सीरीज़ में उन्हे ड्रॉप्स कर दिया गया. कैफ ने अपने करियर में कुल 13 टेस्ट खेले. प्रतिभा के धनी कैफ टेस्ट में एक अच्छे बल्लेबाज साबित हो सकते थे. नवम्बर 2006 के बाद वह वनडे टीम से भी बहार हो गये.


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