तीनों स्टंप जमीन पर गिर चुके हों तो बल्लेबाज को कैसे किया जाए रन आउट, जानिये 4 नियम
क्रिकेट में कई बार ऐसे मौके आए हैं जब पिच पर खड़े तीनों स्टंप गिर चुके होते हैं। ऐसी स्थिति तब बनती है जब कभी गेंदबाज की गेंद से तीनों स्टंप बिखर जाएं। अमूमन गेंद लगने से एक या दो स्टंप गिरते हैं या तीसरा स्टंप थोड़ा टेढ़ा हो जाता है लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ है जब तीन के तीनों स्टंप जमींदोज हो जाते हैं। ऐसे में अथवा रन लेते वक्त बल्लेबाज का बैट लगने से तीनों स्टंप गिर सकता है अथवा गेंदबाज द्वारा लात मारकर तीनों स्टंप गिराए जाने की स्थिति के बाद अगर रन आउट के हालात बनते हैं तो क्षेत्ररक्षक क्या करेगा? (याद रहे भारत के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने अपनी गेंद पर छक्का लगाए जाने पर झुंझलाकर स्टंप पर पैर मार दिए थे जिससे तीनों स्टंप बिखर गए थे) वह फील्डर द्वारा फेंकी गई गेंद को किसमें लगाकर अपने पक्ष में निर्णय पाएगा?
1) आईसीसी के नियमों में गेंदबाज/फील्डर को साफ इजाजत है कि वह थ्रो आने से पहले विकेट को खड़ाकर गेंद को उससे टच करवाकर बल्लेबाज को रन आउट कर सकता है बशर्ते गेंद खेल के अंदर हो यानी बाउंड्री के भीतर और सजीव एक्शन में हो।
2) अगले आसान विकल्प भी होते हैं जैसे कि वह तीनों स्टंप खड़े कर उन पर दोनों गिल्लियां लगा सकता है और गेंद से एक भी गिल्ली को ग्रुव (गिल्ली को टिकाने के लिए स्टंप के उपरी हिस्से पर बनाया गया खांचा) से गिराकर रन आउट का फैसला अपने पक्ष में पा सकता है।
3) अगर फील्डर तीनों स्टंप ना लगा सके तो वह दो स्टंप भी खड़े कर उन पर एक गिल्ली लगाकर भी रन आउट से बल्लेबाज को आउट कर सकता है।
4) नियम यह भी छूट देते हैं कि अगर दो स्टंप भी ना खड़े किए जा सकने का समय हो तो एक स्टंप भी उसकी मूल जगह पर खड़ा कर (गिल्ली की जरूरत नहीं) उसे गेंद वाले हाथ से गिरा दिया जाए या स्टंप को उखाड़ लिया जाए तो भी रन आउट का फैसला फील्डर अपने पक्ष में पा लेता है।
ये सारी स्थितियां तभी संभव हैं जिस दौरान गेंद सीमा रेखा की ओर जा रही हो या ओवर थ्रो पर मैदान के दूसरे छोर पर पहुंच रही हो। यह भी जरूरी है कि खेल का एक्शन जारी हो और उसका दायरा बाउंड्री के भीतर ही हो।
(यह लेख नवभारत टाइम्स के पूर्व वरिष्ठ खेल संपादक सतीश मिश्रा के यूसी ब्लॉग से लिया गया है)
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