'20 साल' का ये खिलाड़ी बना इंग्लैंड की जीत का हीरो, पिता जिम्बॉब्वे तो बड़ा भाई है IPL स्टार
रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 31 से हराकर अपने 1000 वे टेस्ट मैच में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली है. इंग्लैंड की इस जीत में जिस खिलाड़ी का योगदान बेहद अहम रहा है वो है सैम कुरैन. 20 वर्षीय इस खिलाड़ी ने गेंद और बल्ले दोनो से लाजवाब प्रदर्शन दिल जीत लिया.
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सैम कुरैन ने पहली पारी में अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. उन्होने मुरली विजय, शिखर धवन, केएल राहुल और हार्दिक पांड्या को आउट किया. वहीं दुसरी पारी में आजिंक्य रहाणे को आउट कर मैच में 5 विकेट हासिल किए. कुरैन गेंद को जिस तरह से स्विंग कराते है उसके चलते उनकी तुलना पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज वसीम अकरम से की जा रही है.
बल्लेबाजी में भी दिखाया दम
गेंदबाजी ही नहीं बल्कि कुरैन ने बल्लेबाजी में अपना दम दिखाया. दुसरी पारी में जब इंग्लिश टीम एक के बाद लगातार विकेट गवां रही थी तब कुरैन ने 65 गेंदों में 9 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 63 रन बनाकर टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया. पहली पारी में कुरैन ने 71 गेंदो पर 24 की जुझारू पारी खेली.
अब तक खेला है सिर्फ एक मैच
सैम कुरैना ने इस मैच से पहले सिर्फ एक टेस्ट खेला है. उन्होने इसी साल जून में पाकिस्तान के खिलाफ अपना डेब्यू किया था. जिसमें उन्होने दोनो पारियो में 1—1 विकेट हासिल किया था.
बर्थडे पर बनाया था अनूठा रिकॉर्ड
पाक के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में कुरैन ने एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया. वह तीन जून को 20 साल के हुए और अपने पहले टेस्ट में तीन जून को बीस के ही स्कोर पर आउट हुए. टेस्ट क्रिकेट में ऐसा दूसरी बार हुआ कि जब किसी खिलाड़ी ने उतना ही स्कोर किया जितनी उम्र का उसने आंकड़ा छूआ. इससे पहले 1961 में इंग्लैंड के ही ज्योफ पोलर ने 26वें जन्मदिन पर उतना ही स्कोर किया था.
पिता और भाई भी है क्रिकेटर
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सैम कुरैन काउंटी क्रिकेट में सरे के लिए खेलते हैं. उनके पिता केविन कुरैन जिम्बाब्वे के लिए खेल चुके हैं. वहीं बड़े भाई टॉम कुरैन इंग्लैंड के लिए दो टेस्ट खेलने के साथ आईपीएल में कोलकाता नाइटराउडर्स की टीम के सदस्य हैं.
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